ना माँ की कोख में ना लोगों की सोच में ना घर के आँगन में ना पाठशाला के प्रांगण में ना माँ की कोख में ना लोगों की सोच में ना घर के आँगन में ना पाठशाला के...
चूं चूं करती चिड़िया रानी करती मुझसे बातें, कहती यही कहानी, घर तुम्हारा बड़ा ही प्यारा चूं चूं करती चिड़िया रानी करती मुझसे बातें, कहती यही कहानी, घर तुम्हारा बड़...
है वो मेरी दुआओं में, और मैं उसकी, हाँ यह बात सही है। है वो मेरी दुआओं में, और मैं उसकी, हाँ यह बात सही है।
पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, पर , तुम कह पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, ...
वो मोड़ कहां, वो राह कहां, कहां हैं वो ठोकरें वो मोड़ कहां, वो राह कहां, कहां हैं वो ठोकरें
आज आँखों के सामने मंज़र वही दोहरा गया, जब मित्र की माँ के अंतिम दर्शन का अवसर मिला। आज आँखों के सामने मंज़र वही दोहरा गया, जब मित्र की माँ के अंतिम दर्शन का अवसर ...